कश्मीर मसला सुलझ गया तो पाकिस्तानी आर्मी की फंडिंग रुक जाएगी
अदनान कहते हैं- कश्मीर जैसे मुद्दों को लेकर भारत-पाकिस्तान के बीच हमेशा तनाव रहता है। दोनों देशों के बीच शान्ति कायम क्यों नहीं हो पा रही है? इसका जवाब 60-70 सालों से ढूंढा जा रहा है, जो सियासत से ज्यादा आर्मी में छुपा हुआ है। खासकर पाकिस्तानी आर्मी में। क्योंकि उन्हें तो कश्मीर का मुद्दा उठाने के लिए फंड्स मिलते हैं। जिस दिन कश्मीर का मसला सुलझ जाएगा, उस दिन उनकी फंडिंग रुक जाएगी। अगर आप घटनाक्रमों को समझने की कोशिश करें तो पाएंगे कि जब-जब राजनेताओं ने, दोनों मुल्कों की सरकारों ने अमन कायम करने कई कोशिश की, तब-तब कहीं न कहीं अटैक हुए हैं। कभी कारगिल हो जाता है। कभी पुलवामा हो जाता है। ऐसा क्यों होता है? साधारण सी बात है कि पाकिस्तानी आर्मी नहीं चाहती कि कश्मीर का मसला खत्म हो।
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