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Are Indian regulatory bodies pettifoggers?

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Observers and common public in India seem to be gradually inferring that regulatory/ guiding/autonomous/high powered bodies appointed by the Government of India, are not as effective as they are purport to be.  DGH, PESB, PNGRB, CERC, DGCA el al are powerful bodies created to fulfill specific purposes, address particular issues and regulate various sectors. But are they really serving their purpose? Are they not missing the forest for the trees? Today’s Economics  has selected these bodies merely as examples without any intended or unintended malice. No aspersions are being cast nor should be taken. Sources have been approaching to voice concern on the current ecology of regulatory bodies. A healthy democracy, should in fact be strong enough and morally courageous enough, to take stock when it is necessary.   DGCA is currently in news, among other acts for having ordered AI to sack officials for serious lapses. DGCA has done this only after the recent, unfortuna...

AI: Rough Carrier

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Ai rcra ft Maintenance has come into sharp focus after the crash of Air India Boeing 787- 8 Dreamliner, operating as Flight AI171 from Ahmedabad to London Gatwick, on June 12. A total of 241 passengers and crew on board the Boeing Dreamliner and 29 people on the ground lost their lives. The London-bound aircraft had crashed into a buildingof BJ Medical College campus, moments after it took off, from the SardarVallabhbhai Patel International Airport in Ahmedabad. One passenger,Vishwas Kumar Ramesh, seated on the now famous and much sought after seat -   11 A seat, survived the disaster. He is a 40-year-old British businessman from Leicester. He was discharged, after recovery, from Ahmedabad Civil Hospital, only to be carrying out the funeral rites of his cousin, who also had died in the same air accident. Such isthe irony and human misery being faced by many. Today,s Economics pays tribute to all those who lost their lives as well as those who survived the ordeal. Whereas there is ...

Good Morning!

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बरसात के पहले नालों व नालियों की सफाई करे प्राधिकरण : कनिका

नोएडा। फेडरेशन ऑफ़ नोएडा इंडस्ट्रीज की सचिव कनिका ने  नोएडा के  मुख्य कार्यपालक अधिकारी को बताया कि  हर वर्ष बरसात के मौसम में नोएडा शहर के सभी सेक्टरों में नालियों की सफाई सही प्रकार से न होने के कारण जल भराव हो जाता है जिससे शहरवासियों खास तौर पर औद्योगिक क्षेत्र में सड़कों के साथ साथ फ़ैक्टरिओ में भी भर जाता है और उद्योगों व् आवासीय प्रतिस्थानो को काफी नुकसान उठाना पड़ता है।  यह क्रम पिछले काफी सालों से चल रहा है। हर बार इसकी शिकायते करते है लेकिन ऐसा प्रतीत होता है कि आयकर के साथ-साथ बरसात टैक्स भी औद्योगिक क्षेत्र को सहना पड़ता  है।  उन्होंने  मुख्य कार्यपालक अधिकारी से अनुरोध किया कि  अभी बरसात आने में लगभग एक माह का समय है अगर प्राधिकरण सभी सेक्टरों के नालों व नालियों की सफाई करवाये तो यहां के निवासी बरसात के समय होने वाले नुकसान से बच सकेंगे।

Ghaziabad: दहेज के लिए पत्नी को बंधक बनाकर की मारपीट, मुकदमा दर्ज

  कौशांबी। वैशाली क्षेत्र की रहने वाली एक महिला ने अपने पति आशीष, सास सुशीला, ससुर अशोक और देवर अक्षय पर दहेज उत्पीड़न का आरोप लगाते हुए मुकदमा दर्ज कराया है। यहां तक कि महिला ने तहरीर में बंधक बनाकर मारपीट करने, रिश्तेदार के घर हत्या का प्रयास करने जैसे गंभीर आरोप भी लगाए हैं। साथ ही दहेज में 10 लाख रुपये व महंगी गाड़ी मांगने की बात कही है। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। दर्ज मुकदमे में महिला ने बताया कि उनकी शादी दिल्ली निवासी आशीष से 25 नवंबर 2022 को हुई थी। शादी के बाद उन्हें पता चला कि पति पर करीब 12 लाख रुपये का कर्ज था। इसके चलते ससुराल वालों ने दहेज बतौर 10 लाख रुपये व गाड़ी की मांग कर दी। आरोप है कि मांग पूरी न होने पर ससुरालियों ने शारीरिक व मानसिक प्रताड़नाएं देना शुरू कर दिया। कई बार घर में ही हत्या करने का प्रयास किया लेकिन किसी तरह उन्होंने अपनी जान बचाई। आरोप है कि अक्तूबर 2024 में पति उन्हें अपने रिश्तेदार के घर ले गया और बिना दहेज की मांग पूरे हुए घर में रखने से इन्कार कर दिया। विरोध करने पर दुपट्टे से गला दबाने का भी प्रयास किया। इसके बाद घर से निकाल दिया। ...

Ghaziabad : बस से उतरते हुए संतुलन बिगड़ने से महिला सड़क पर गिरी

  मेरठ रोड पर रोडवेज बस से उतरने के दौरान महिला का संतुलन बिगड़ गया। असंतुलित महिला सड़क पर गिर गई। इसी दौरान चालक ने बस चला दी। बस के पिछले टायरों के नीचे आकर महिला की मौत हो गई।  हादसा बृहस्पतिवार की सुबह सिहानी चुंगी पर हुआ। हादसा होने के बाद चालक बस लेकर भाग गया। मृतक की पहचान आशा देवी निवासी नंदग्राम के रूप में हुई है। पुलिस ने शव मेडिकल परीक्षण को भेज दिया है।

Lucknow: फर्जी मृत्यु प्रमाणपत्र बनाने वाले कर्मचारी को हटाया गया

  पार्षद का फर्जी लेटर पैड और फर्जी साइन बनाकर गलत तरह से मृत्यु प्रमाण पत्र बनवाने वाले कार्यदायी संस्था से तैनात कर्मचारी को नगर निगम ने 21 मई को नौकरी से हटा दिया है। शुरुआती जांच में यह भी सामने आया है कि कर्मचारी ने जोनल अधिकारी और कर अधीक्षक के भी फर्जी हस्ताक्षर बनाए थे। इस मामले में आरोपी कर्मचारी के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराए जाने को लेकर पार्षद ने नगर आयुक्त को मांग पत्र भी दिया है। जोनल अधिकारी जोन तीन अमरजीत सिंह ने बताया कि कूटरचित दस्तावेजों के जरिए मृत्यु प्रमाण पत्र बनवाने वाले कार्यदायी संस्था से तैनात अरविंद को नौकरी से हटा दिया गया। महानगर वार्ड के भाजपा पार्षद हरिश्चंद्र लोधी की शिकायत के बाद जब दस्तावेजों की जांच की गई तो पता चला कि उसने जोनल अफसर और कर अधीक्षक के भी फर्जी हस्ताक्षर बनाए थे।